उत्तराखंड के गांधी इंद्रमणि बडोनी जी की 25 वीं पुण्यतिथि

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मसूरी उत्तराखंड

आज इंद्रमणि बडोनी स्मृति मंच द्वारा इंद्रमणि बडोनी चौक पर इंद्रमणि बडोनी जी की 25  वीं पुण्यतिथि पर उनको और उनके द्वारा उत्तराखंड बनाने के लिए दिए गये योगदानों को याद किया गया, उत्तराखंड राज्य को बनाने में परर्वतीय गाँधी इंद्रमणि बडोनी  जी का अहम योगदान रहा है उनका यह मानना था की उत्तराखंड एक कोने में है क्योंकि उत्तर प्रदेश बहुत बड़ा था और उत्तर प्रदेश की कोई भी सुविधा उत्तराखंड के दुर दराज के ग्रामीण क्षेत्रो मे  नहीं पहुंच पाती थी क्योंकि राज्य की राजधानी लखनऊ पहाड़ से बहुत दूर थी इसीलिए उन्होंने एक अलग राज्य की मांग की थी , उनका यह मानना था कि पहाड़ की बोली , भाषा और भौगोलिक स्थिति बिल्कुल अलग है ,

इंद्रमणि बडोनी जी की 25वीं पुण्यतिथि पर विशेष रिपोर्ट*

*उत्तराखंड की राजनीति और सामाजिक सेवा में एक युग का अंत*

उत्तराखंड के प्रसिद्ध नेता और गांधीवादी विचारक इंद्रमणि बडोनी जी की 25वीं पुण्यतिथि पर आज हम उनके जीवन और कार्यों को याद कर रहे हैं। इंद्रमणि बडोनी जी का उत्तराखंड की राजनीति और सामाजिक सेवा में एक महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

*जीवन और शिक्षा*

इंद्रमणि बडोनी जी का जन्म उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा गढ़वाल विश्वविद्यालय से प्राप्त की और बाद में राजनीति में सक्रिय हो गए।

*राजनीतिक जीवन*

इंद्रमणि बडोनी जी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य के रूप में की। उन्होंने उत्तराखंड राज्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और राज्य के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए।

*गांधीवादी विचार*

इंद्रमणि बडोनी जी गांधीवादी विचारों से प्रभावित थे और उन्होंने अपने जीवन को सत्य, अहिंसा और सेवा के सिद्धांतों पर आधारित किया। उन्होंने उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए काम किया।

*सामाजिक सेवा*

इंद्रमणि बडोनी जी ने अपने जीवनकाल में कई सामाजिक और शैक्षिक संस्थानों की स्थापना की। उन्होंने उत्तराखंड के लोगों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू कीं और राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

*विरासत*

इंद्रमणि बडोनी जी की पुण्यतिथि पर आज हम उनकी विरासत को याद कर रहे हैं। उनकी विचारधारा और कार्य आज भी उत्तराखंड के लोगों को प्रेरित करते हैं। हमें उनकी विरासत को आगे बढ़ाने और उत्तराखंड के विकास में योगदान देने का प्रयास करना चाहिए।  इंद्रमणि बडोनी उत्तराखंड क्रांति दल के सस्थापक और संरक्षकों में शामिल रहे हैं और वह यूकेडी के आजीवन सदस्य रहे,

*निष्कर्ष*

इंद्रमणि बडोनी जी का जीवन और कार्य उत्तराखंड के लोगों के लिए एक प्रेरणा है। उनकी 25वीं पुण्यतिथि पर हम उनकी स्मृति को सम्मानित करते हैं और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लेते हैं

इस कार्यक्रम में बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गज नेता मौजूद नहीं रहे जिसकी कड़े शब्दों में इंद्रमणि बडोनी स्मृति मंच के महासचिव प्रदीप भंडारी ने निंदा की

आज इस कार्यक्रम मे इंद्रमणि बडोनी स्मृति मंच के अध्यक्ष पूरण जुयाल, महासचिव प्रदीप भंडारी, मसूरी भाजपा मंडल अध्यक्ष रजत अग्रवाल, उत्तराखंड क्रांति दल के अध्यक्ष नितेश उनियाल , यूकेडी के महामंत्री कृति कडारी , यूकेडी के मीडिया प्रभारी सुनील उनियाल, होटल वर्कर यूनियन के अध्यक्ष आरपी बडोनी ,मसूरी शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमित गुप्ता, संजय टम्टा ,रणजीत सिंह , गिरीश ढोडियाल और दर्जनों लोग मौजूद रहे ।


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