24 अगस्त, 84 परिवारों के जीवन का काला दिन

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मसूरी

जिस कोरोना के समय दुश्मन देश भी दुश्मन देश की सहायता कर रहा था उस दौरान डबल इंजन की सरकार ने 84 गरीब मजदूर परिवारों को बेघर कर दिया और आज तक आवास नहीं दे पाई ,

किसी भी व्यक्ति के लिए उसका घर जीवन में उसका सबसे बड़ा सपना होता है और इस सपने को चूर-चूर कर दिया गया और वह भी कोरोना काल जैसी विश्व महामारी के दौरान.

शिफन कोर्ट ध्वस्तीकरण की चौथी बरसी एवं प्रभावितों को आवास देने की मांग को लेकर आज मजदूरों ने शहीद स्थल पर शोक दिवस मनाया और एक दिन का उपवास रखा गया तथा 28 अगस्त से अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा की गई, साथ ही 2 सितम्बर को मुख्यमंत्री से घोषणा पूरी करने की मांग को लेकर मिलने का निर्णय लिया गया। उल्लेखनीय है कि दो वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री ने शहीद स्थल पर घोषणा की थी एवं आई डी एच में शिफन कोट से विस्थापितों  के लिए आवास बनाने हेतु शिलान्यास किया गया था मगर आजतक आवास निर्माण के नाम पर एक ईट तक नहीं लगी।

आज शहीद स्थल पर मजदूरों ने उपजिलाधिकारी दीपक सैनी और अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी  द्वारा गत 25 जुलाई को किए गए झूठे वादे की निंदा भी की गई।

इस मौके पर शिफन कोर्ट आवासहिन निर्बल समिति के अध्यक्ष संजय टम्टा ने कहा कि लगातार पूर्व में कई सालों से 84 परिवारों को बेवकूफ बनाया जा रहा है क्योंकि शासन प्रशासन और राजनेताओं  को यह लगता है कि यह गरीब लोग हैं इन गरीब मजदूरों की कौन सुनने वाला है, आज जिस मसूरी पुरकुल रोपवे योजना के नाम पर 84 परिवारों को कोरोना काल में बेघर कर दिया गया था आज तक वहां पर एक ईंट तक नहीं लगी है जिसका उद्देश्य साफ लगता है कि कहीं ना कहीं सिर्फ 84 परिवारों को बेघर करना ही उद्देश्य था, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि माननीय विधायक गणेश जोशी कैबिनेट मंत्री उत्तराखंड सरकार के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा आईडीएच बिल्डिंग में शिलान्यास किया गया था जहां पर आज तक एक ईट तक नहीं लगाई गई कहीं ना कहीं मुख्यमंत्री और विधायक गणेश जोशी ने गरीब मजदूरों के साथ छलावा करने का काम किया है.

इस मौके पर वक्ताओं ने अपने विचार प्रकट किए और कहां की दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इन बेघर मजदूर गरीब परिवारों के लिए सरकार को और स्थानीय शासन प्रशासन को विचार विमर्श करना चाहिए ताकि इन परिवारों को भी छत मिल सके.

इस दौरान शहीद स्थल पर समिति के अध्यक्ष संजय टम्टा, संयोजक प्रदीप भंडारी, मजदूर संघ अध्यक्ष रणजीत चौहान, विरेन्द्र डुंगरियाल, व्यापार संघ अध्यक्ष रजत अग्रवाल, आर पी बडोनी, जय प्रकाश राणा, कांग्रेस अध्यक्ष अमित गुप्ता, दिनेश उनियाल, असलम खान, बिल्लू वाल्मीकि, राम कृष्ण राही, श्रीमति गोदमबरी देवी, गीता देवी, ममता देवी, मीरा टम्टा।


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