मसूरी उत्तराखंड
विभिन्न सामाजिक संगठनों के द्वारा धूमधाम से मनाया जा रहा है हरेला तीज
कार्यक्रम में उपस्थित सैकड़ो महिलाओं ने नृत्य, श्रृंगार और कैटवॉक की, और भगवान शिव पार्वती की आराधना कर अपने जीवनसाथी के स्वस्थ जीवन की कामना की.
हरियाली तीज के अवसर पर महिलाएं व्रत रखती हैं, पूजा-पाठ करती हैं, और अपने पति की लंबी उम्र और सुखी जीवन की कामना करती हैं। यह त्योहार पति-पत्नी के प्रेम और एकता का प्रतीक है।
इसके अलावा, हरियाली तीज के दिन महिलाएं मेहंदी, सिंदूर, और अन्य श्रृंगार करती हैं, जो उनकी सुंदरता और सौभाग्य का प्रतीक है। यह त्योहार महिलाओं के लिए अपने पति के प्रति प्रेम और समर्पण का अवसर है।
एक होटल के सभागार में हरेला तीज कार्यक्रम का आयोजन सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय निवासी पवन थलवाल और उनकी धर्मपत्नी अनिता थलवाल के द्वारा किया गया , जिसमें सैकड़ो महिलाओं ने उपस्थित होकर नृत्य , गायन और कैटवॉक करके धूमधाम से इस हरेला पर्व को मनाया.
इस मौके पर उपस्थित कार्यक्रम आयोजक अनीता थलवाल ने कहा कि उत्तराखंड में हरेला तीज की बहुत मान्यता है,माना जाता है कि मां पार्वती ने हजारों वर्षों की तपस्या के बाद भगवान शिव को विवाह के लिए सहमत किया था, साथ ही इसको पति-पत्नी के कुशल जीवन के लिए भी मनाया जाता है, उन्होंने सभी मातृ शक्तियों से आग्रह किया कि जब भी परिवार में किसी का जन्मदिन या सालगिरह हो तो उस अवसर पर पेड़ अवश्य लगाए, क्योंकि यह हरियाली के दिनों में मनाया जाने वाला पर्व है इसीलिए इसको हरेला तीज कहते हैं.
इस मौके पर कार्यक्रम के संयोजक पवन थलवाल ने सभी मातृ शक्तियों का कार्यक्रम में उपस्थित होने के लिए आभार व्यक्त किया और साथ ही उनके उज्जवल भविष्य की कामना की.