मसूरी उत्तराखंड
गढ़वाल महासभा द्वारा शहीद स्थल झूला घर पर इगास पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया इस अवसर पर दाल के पकोड़े पूरी और मिठाइयां वितरित की गई वही ढोल दमाऊ की थाप पर जमकर नृत्य किया गया और भैलो जलाकर इगास पर्व मनाया गया,
कहा जाता है कि भगवान रामचंद्र जब वनवास से अयोध्या पहुंचे तो पहाड़ों में इसकी जानकारी 11 दिन बाद मिली जिस पर पहाड़ में दीपावली के 11 दिन बाद इगास पर्व मनाया जाता है,
इस मौके पर नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल ने कहा कि इगास पर्व उत्तराखंड का पारंपरिक पर्व है और पूरे पहाड़ में इसे धूमधाम के साथ मनाया जाता है,
इस मौके पर झूमेलो टीम की प्रमिला नेगी ने कहा कि आज महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में यहां आई हैं और इगास पर्व को धूमधाम के साथ बना रहे है.