मसूरी उत्तराखंड
एंकर : उत्तराखंड सांस्कृतिक धरोहर, विरासत और पौराणिक परंपराओं के लिए विश्व विख्यात है, इस देवभूमि पर कई प्रकार की देवीय डोलिया समय-समय पर अवतरित हुई है और यहां वर्ष भर विभिन्न प्रकार के त्योहार मनाए जाते हैं जिसमें नाग पंचमी का विशेष महत्व है.
मसूरी के निकटवर्ती क्षेत्र ग्राम सभा भट्टा क्यारकुली मैं हर वर्ष यहां नाग पंचमी का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाता है सर्वप्रथम ग्राम भट्टा से पैदल नाग देवता की यात्रा निकालते हैं जो की नाग मंदिर तक लाई जाती है, तत्पश्चात एक सप्ताह का श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ पूर्ण किया जाता है और यह नाग पंचमी के दिन ही पूर्ण होता है इसके पश्चात यह डोली नाग पंचमी के दिन ही शाम को वापस अपने गंतव्य स्थान को चले जाती है. जिससे स्थानीय लोग बड़े धूमधाम से पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ नृत्य करते हुए वापस अपने स्थान पर ले जाते हैं.
इस मौके पर वहां के मुख्य पुजारी ने कहा कि यह 500 वर्षों से भी अधिक पुराना सिद्ध पीठ है जिसका संरक्षण पूर्व 100 सालों से ग्राम सभा भट्टा क्यारकुली के बुजुर्गों ने किया है और आगे हम इस परंपरा का निर्वहन करते हुए इस परंपरा को निभा रहे हैं,
साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता माधुरी टम्टा ने कहा कि प्रतिवर्ष यहां मेला आयोजित होता है और दूर दराज क्षेत्रों से यहां पर लोग इस मेले में सम्मिलित होकर भगवान नागराज का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं उन्होंने यह भी कहा कि इस क्षेत्र के लोगों पर भगवान नागराज की विशेष कृपा है और आज यहां के सभी स्थानीय लोग सर्व संपन्न हैं,
इस मौके पर भंडारे का आयोजन भी किया गया, जिसमें हजारों लोगों ने भगवान नागराज का प्रसाद ग्रहण कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया.